आज बहोत दिनों बाद दिल के होने का एहसास हो गया , किसी के साथ बारिश में चाय पी ओर फिर से प्यार हो गया।
वो बारिश में मिट्टी की खुशबू दिल बहका गई सामने चाय थी मुझे उसकी काली सूरत याद आ गई 😜
“ये बारिशें भी तुमसी हैं जो बरस गयीं तो बहार हैं जो ठहर गयीं तो करार हैं कभी आ गयीं यूंही बेसबब कभी छा गयीं यूंही रोज़ ओ शब कभी शोर हैं कभी चुपसी हैं ये बारिशें भी किसी याद में किसी रात को कभी यूं हुआ के बुझा दिया कभी ख़ुद से ख़ुद को जलादिया कहीं बूंद बूंद में गुम सी ये बारिशें भी”
“आज बारिश बहुत हैं शहर में चुपके से तुम भी आ जाओ ना ❣️”
“अब तो बारिश भी आ चुकी है तुम कब आओगे...!!💛💙”
“जनाब फिर इसी बारिश में प्यार के बाद आँशु आना है... उसको कैसे छिपाओगे साथ साथ सीख लो उससे जो अभी साथ है .... 🤣🤣🤣”
“पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुमसे, लो अब गिन लो… ये बूँदें बारिश की..!! ”
“हमारे शहर मे उतरा है कमाल का मौसम .. बारिश ,ठंडी हवाएं और चाय का मौसम ..☕🌧️”
“ना किसी की मान और न किसी की सुन बस....! बारिश में भीग और अपनी मस्ती में झूम...!”
“बारिश और उसकी याद एक जैसे क्यों है जब तक चलते है दिल झूमता है थमते ही हर तरफ कीचड़ हो जाता है 😑”
“कही फिसल ना जाओ जरा संभल के रहना..!! मौसम बारिश का भी है और मोहब्बत का भी..!!”
“बरसती बूंदों में जब कभी उलझ जाओगे.... क्या होती हैं चाय की तलब समझ जाओगे....!!! ☕️”
“हम अनमोल तो नहीं मगर बारिश के बूंदों की तरह ख़ास ज़रूर है. जो कभी हाथो से गिर जाये तो मिला नहीं करते..!!”
“जब बारिश होती है तो आलू- प्याज की ये जिम्मेदारी हो जाती है...कि वो बेसन की चादर ओढ़कर गरम तेल में कूद जाएं....😊😅😋”
“सारे इत्त्रों की खुशबू आज मंद पड़ गयी, मिट्टी में बारिश की बूंदें जो चंद पड़ गयी😊”
“सहमी हुई है झोंपड़ी, बारिश के खौफ़ से..!! महलों की आरज़ू है कि तेज़ बरसात हो..!!”
“ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझ से से मेरी जवानी मगर मुझ को लौटा दो वो बचपन का सावन वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी..!!”
“आज अचानक बाज़ारों में इत्र की क़ीमत गिरने लगी बारिश की बूँदों ने जब मिट्टी का माथा चूम लिया..!!”
“मैने कहा है बारिश से वो जाने लगे तो बरस जाना , कुछ बिजली सुना देना उनको कुछ तुफां हो जाना 🖤”
“यूँ ही बरस-बरस काली घटा बरसे हम यार भीग जाएँ इस चाहत की बारिश में ♥️🎶♥️🌧️♥️..!!”
“पूछा करते हो ना कि कितना प्यार है तुमसे.. लो, अब गिन लो बारिश की ये बूंदें💕”
“कहीं फिसल ना जाऊ तेरे खयालों में चलते चलते, अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है ❤️”
“ले आओ ना टूटी छतरी मोहब्बत की बारिश में आधा आधा भिगेंगे।।”
“बूंदों से बना हुआ छोटा सा समंदर,
लहरों से भीगती छोटी सी बस्ती,.....
चलो ढूंढ़े बारिश में सभी की यादें,
हाथ में लेकर एक कागज़ की कश्ती....✍️”
“इधर बाप परेशान हैं बारिश से धान का बीज न खराब हो..!🤦 ⛅⛈️🌦️🌨️🌩️ उधर बेटा स्टेटस लगा रहा है मैं बादल बन जाऊं तुम बारिश बन जाना..!! 😀”